गर साइंस की मौत हो गई तो कौन बताएगा कि साइंस मर गया ( वसी अहमद क़ादरी )
हम यह नहीं देखते हैं कि वह हमें देख रहा है
वह देखता सभी को मगर किसी आंखों में नहीं आता है
अजीब हिक्मत है उसका किस रौशनी से देखें खुदा को हम
जमीं आसमां,सूरज चांद वो सितारे देखता है हर आँखें
खुदा का चेहरा आँखें क्यूं नही आता माजरा क्या है
साइंस तहकीक करे हम एक हैं या बुद्धजीवियों का हजूम है यहां
गर साइंस की मौत होगई तो कौन बताएगा साइंस मर गया
जब कोई नहीं बता सके तो समझो कि जन्म दाता ज़िंदा है
वसी अहमद क़ादरी
वसी अहमद अंसारी
25 मई 2025 , यक संबा