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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

जादू का स्पर्श

एक बड़े शहर के एक भीड़ भाड़ भरे वाले पार्क में कूकू कौआ रहता था। अपनी शरारती कांव-कांव और चमकदार पंखों यह बहुत प्यार करता था कूकू को लोग बिल्कुल पसंद नहीं करते थे। एक धूप भरी दोपहर, जब वह रोटी के टुकड़ों को खोज रहा था, तो उसने एक छोटी चिड़िया लिली को जमीन पर असहाय रूप से फड़फड़ाते हुए देखा। लिली का पंख एक पतंग के डोर में उलझा हुआ था।

कूकू , चिंता से हैरान होकर लिली के पास उतरा। छोटी चिड़िया बेतहाशा चहक रही थी। जबकि कौवे और चिड़ियों में कोई खास दोस्ती नहीं थी, लेकिन कूकू लिली की दुर्दशा को अनदेखा नहीं कर सका। अपनी मजबूत चोंच का इस्तेमाल करते हुए, उसने सावधानी से धागे को कुतर दिया, जिससे लिली का पंख आज़ाद हो गया। लिली, राहत महसूस करते हुए और आभारी होते हुए, धन्यवाद की धुन पर चहक उठा।
कूकू , इस भाव से अभिभूत हो गया, उसने अपने अंदर एक संतोषी भावना महसूस की, जो किसी भी पुरस्कार से कहीं ज़्यादा पुरस्कृत करने वाली भावना थी। उस दिन से, कूकू लिली का अप्रत्याशित रक्षक बन गया, यहाँ तक कि उसने अपनी मेहनत से कमाए गए कुछ रोटी के टुकड़े भी उसके साथ बाँट दिए। उनकी मित्रता, जो दयालुता के एक कृत्य से उत्पन्न हुई थी, ने अपेक्षाओं को बताते हुए, हलचल भरे पार्क में जादू का स्पर्श ला दिया।

इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि दूसरों की सहायता करना सबसे बड़ा पुरस्कार है।




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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Shyam Kumar said

Sahi bat hai..

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद 🙏

Bhushan Saahu said

Tabhi bhagwan aap pr apni drishti rkhenge. Jb aap dusro ki help krenge

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद 🙏

कमलकांत घिरी said

बहुत ही सुंदर कहानी है मैम, लाज़वाब 👌👌👏👏🙏

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद आदरणीय 🙏🙏

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