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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सट्टेबाजी खेल

चारों ओर से पैदावारी हरे भरे हैं । वहाँ स्वर्ण पैदावारी की कोई कमी नहीं है । उस गांव का नाम सुवर्ण नगर है । वहाँ के प्रत्येक आदमी के समान औरत भी खेती में काम बांटते थे । उस गांव में एक मध्यवर्ती आदमी रहते थे । उसका नाम रामाराव और उसके पति के नाम सूरम्मा, उन दोनों को पढ़ना लिखना न आते ।

उन दोनों के इकलौता बेटा है ।उसका नाम सुमन है भोली भाली सूरत का चेहरा वाला लड़का है ।रामा राव सूरम्मा से ऐसा कहा -हम जितने भी क्लेश उठना पड़े,पर हमारे बेटा को किसी भी हालत में हमारे जैसे बनने नहीं दूंगा ।
ऐसे कह कर दोनों ठान लिया कि हमारा बेटा सुमन का भविष्य के लिए पढ़ना जरूरी समझ कर रोज स्कूल भेजते थे ।

अपने माता-पिता की दीनता को देखकर उसी दिन से सुमन चाव से पढ़ने लगा । बढ़ते बढ़ते सुमन मां बाप के काम में भी सहायता करने
लगा । सुमन ने डिग्री पूरा किया, उसके बाद बैंक कोचिंग जाने के लिए पापा से कहा । रामाराव के मन में जमीन बेचने की मन नहीं आया ।पर अपने बेटे के भविष्य के लिए कठिन निर्णय लेना पड़ा । वह अपने डेढ़ एकड़ बेचकर सुमन को कोचिंग भेजवाया ।

सुमन अपना हाथ पैर मार कर पेश कमाया ।
इस बात सुनकर उसके मां-बाप बहुत खुश हुए ।
बचपन से उसके भानजी सरस को बहुत चाहता था, उन दोनों की सगाई हुई । विवाह के लिए चार महीने शेष है ।सुमन उद्योग करने हैदराबाद गए ।
वहाँ सुमन को सब मित्र बन गए । सुमन के जिंदगी थोड़ा-थोड़ा सुधार होने लगा ।

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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

रमेश चंद्र said

Bahut sundar rachna..

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Nicely written great efforts and work,, is that the complete story or the part of story as I am confused that story has finished or has another part? By the very nice story

Ankush Gupta said

Bahut sundar kahani achha sandes

Vineet Garg said

उत्तम कहानी बहुत सुन्दर लेखन

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