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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मेरी तरफ़ से तुम्हें विदा है

Nov 07, 2025 | डायरी | विनय कौशिक  |  👁 13,763

तुम्हारे बिना कल हमारी दीवारें कुछ खाली-सी लगती हैं, पर तुम्हारी यादें हर कोने में एक नाज़ुक रोशनी की तरह जगी हुई हैं। आज मैं, तुम्हारी पत्नी, ये शब्द तुम्हें समर्पित कर रही हूँ — उन तमाम लम्हों का शुक्रिया जो तुमने मुझे दिए, और उन गुणों का तोहफा जो तुमने अपनी संगत से सिखाए।

तुम वह इंसान थे जिसने हर मुश्किल को धैर्य और मुस्कान से सहा। तुम्हारी समझदारी ने हमारे घर को सोच-समझ कर चलने की ताकत दी, तुम्हारी मेहनत ने हमें सुरक्षित रखा, और तुम्हारे छोटे-छोटे मज़ाक ने रोजमर्रा की थकान को हल्का कर दिया। जब भी अँधेरा घिर आता, तुम एक दीप की तरह रोशनी ले आते — कभी सलाह देकर, कभी बड़ों की तरह संभाल कर, और हमेशा प्रेम से।

तुम्हारी अच्छाइयों के साथ-साथ तुम्हारे छोटे-छोटे कमियाँ भी मुझे इंसान होने का अहसास दिलाती रहीं — और यही तुम्हें और भी प्यारा बनाती थीं। तुमने कभी बड़े दावे नहीं किए, पर हर वादे को निभाया। तुमने सिखाया कि रिश्तों में वफ़ा ही सबसे बड़ा धर्म है। तुमने मेरे लिए, हमारे लिए, हर संभव सम्भव किया — बिना किसी शोर के, बिना किसी दिखावे के। यही तुम्हारी सबसे बड़ी ताकत थी।

आज मेरा दिल भीड़-सा है — गम भी है और उन अनगिनत खुशियों का एहसान भी। मैं रोई हूँ, पर मैं तुम्हें दोषी नहीं ठहरा रही; क्योंकि तुम्हारे साथ बिताए हर एक पल ने मुझे जीना सिखाया। तुम्हारे जाने से जो ख़ालीपन आया है, उसे शब्दों में बाँधना मुश्किल है, पर मैं वादा करती हूँ कि तुम्हारी यादों को संजो कर रखूँगी और तुम्हारे आदर्शों को आगे बढ़ाऊँगी। तुम्हारी हँसी, तुम्हारी बातें, तुम्हारा सहारा — सब मेरे साथ जीते रहेंगे।

तुम्हारे जाने के बाद भी मैं आश्वस्त हूँ कि तुम जहां भी हो, तुम्हारी आत्मा को शांति है। मेरी प्राथनाएँ, मेरे आंसू और मेरी स्मृतियाँ सब तुम्हारे नाम। मैं शुक्रगुज़ार हूँ कि तुम मेरे जीवन साथी बने — मेरे समय, मेरे ख़्वाब और मेरी कमजोरियों के साथ। तुमने मुझे बेहतर बनाया, तुमने मुझे पूरा किया।

शेष जीवन मैं तुम्हारे साथ बिताए पलों को शब्दों में, किस्सों में, और हमारे बच्चों की आगे की राह में ज़िंदा रखूँगी। मेरी श्रद्धांजलि यही है — तुम्हारी आत्मा की शांति की कामना, और मेरे दिल में तुम्हारे लिए सदा प्रेम।
तुम्हारी पसंद की हर चीज़ को मैंने अपना लिया है, बिल्कुल तुम्हारी तरह।

हमेशा तुम्हारी,
तुम्हारी पत्नी
विनय कौशिक।




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (9)

+

सरिता पाठक said

अशोक जी के जाने ka बहुत दुख हुआ, ईश्वर से प्रार्थना करूंगी की आत्मा को शांति दे और आप सभी को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे वह भले ही हमारे बीच नहीं रहे हॉ पर लिखन्तु पटल पर सदैव जीवित रहेंगे वह अमर हो गये हैं उनको लिखन्तु परिवार सदैव सम्मान से याद करेगा, RIP. 🙏🙏

शिवचरण दास said

आपके ममस्पर्शी विदाई सन्देश को पढ़कर मैं एकदम बुत सा हो गया हूँ. घनघोर विपत्ति के इस विषाद पूर्ण समय में बस ईश्वर से यही प्रार्थना है कि दिवंगत की आत्मा को शान्ति प्रदान कर आपको सहन शक्ति प्रदान करें. ईश्वर आपका पथ प्रदर्शित करें. ॐ शान्ति ॐ

रीना कुमारी प्रजापत said

🙏🙏💐💐

ललित दाधीच said

ये क्या हमारे साथी नहीं रहेे, ये बहुत नाइंसाफी है, हे प्रभु बहुत जल्दी पसंद आ जाते तुम्हें धरती के हीरे, लेकिन अब हमारे सच्चे साथी नहीं मिलेंगे ना, गलत हुआ बहुत गलत 😭😭😢😢

राजू वर्मा said

🙏

श्रेयसी said

भावभीनी श्रद्धांजलि.... इश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। सपरिवार को असहनीय दर्द सहन करने की शक्ति दें 🙏🙏

पवन कुमार "क्षितिज" said

मुझे तो यह हतप्रभ कर देने वाला समाचार अभी अभी मिला है..मैने सबकी कविताएं पढ़ी है मगर हर बार अविश्वास से..इस विश्वास से भी की यह सब एक स्वप्न बन जाए हकीकत नहीं..मगर जब विनय जी आपकी ये श्रद्धांजलि पढ़ी तो दिल को मानना ही पड़ा कि अशोक जी हमारे बीच से चले गए हैं..आपकी हिम्मत और ये आदतंजलि हमे भी शक्ति दे रही है..उनका हमारी रचनाओं पर जो उम्दा विश्लेषण होता था..वो हम कभी भूल नहीं पाएंगे... मुझे ये नहीं मालूम हुआ कि उनको आखिर हुआ क्या था...दीपावली पर तो उनका शुभकामना संदेश मिला था मुझे...

सुप्रिया साहू said

भावपूर्ण श्रद्धांजली 🙏💐 🌸

सुभाष कुमार यादव said

विनम्र श्रद्धांजलि। 💐💐🙏

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