हे भगवान !
कच्चा खानदान
बड़ा पानदान
थूक ही थूक। 1
हे राम !
बालक गाम
वासना जाम
सूत ही सूत। 2
हे भोले !
घर में रोले
बाहर झोले
झूठ ही झूठ। 3
हे नारायण !
नहीं परायण
पापी तरायण
लूट ही लूट। 4
हे भण्डारी !
नर और नारी
खूनी हत्यारी
द्रूत ही द्रूत। 5
हे कृष्णा !
पात्र तृष्णा
चाहे रिसना
क्रूत ही क्रूत। 6
हे ईश्वर !
सुनो जगदीश्वर
पुकारे नश्वर
श्रुत ही श्रुत। 7
हे मुरारी !
शरण तिहारी
मैं बलिहारी
घृत ही घृत। 8
हे जगन्नाथ !
चरणों माथ
सिर तेरा हाथ
सुख ही सुख। 9
_______ मनीषा सिंह