वंदना सूद की वह रचना जो ईश्वर और धर्म से साक्षात्कार कराती हुयी प्रतीत होती है - प्रस्तुत है....
एक ही शक्ति है ,
जिसने सबको बनाया
धर्मों से कैसे बाँट सकते हो
तुम उस अद्वितीय को
जिसने एक आसमाँ बनाया
एक सूरज और एक ही चन्दा बनाया
अन्न उगाने के लिए
एक ही धरती बनाई
सांस लेने के लिए हवा भी
सबके लिए एक समान चलाई .......
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