दिल दुखी होने पर चरित्र से सहज हो जाना
दुख का दर्द यदि अश्रु बन आँखों से बहने लगे
तो उन अश्रुओं में अपने अहंकार को भी बहा देना
क्योंकि अहंकार ही हमारे दुख का सबसे बड़ा कारण है
जो हमें न झुकने देता है,न हमें कुछ भूलने देता है
गाँठ मार अच्छी बुरी सब यादों को हम दिल में सम्भाल कर रखते हैं
यही गाँठे दुख बनकर हमारा आज और कल दोनों दुख से भर देता है..
वन्दना सूद