एक ओर जहाँ हर सरकार या राजनैतिक दल अपने चुनावी वादों में भ्रष्टाचार का विरोध करते हुए उसे मुद्दा बनाकर चुनाव में भ्रष्टाचार से पीड़ित लोगों को वोटबैंक बनाने के लिए आकर्षित करती है, वहीँ सरकार के गठन के बाद उन्ही वादों को पैरों तले रौंदकर उसी भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाती है, अब यह कहना कि पूरी की पूरी सरकार भ्रष्ट है तो तर्कसंगत नहीं है, लेकिन यदि सरकारी पद पर विराजमान कोई भी व्यक्ति घूश लेकर काम कर रहा है तो सरकार पर आक्षेप लगना तो लाज़िमी है।
मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ जिले में 2021 में हुयी "भारत स्काउट और गाइड" के फ़र्ज़ी नियुक्ति प्रकरण से सम्बंधित है।
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट के अनुसार एवं प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ के पत्र के अनुसार "जिला प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट पद - हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज अलीगढ़", "जिला प्रशिक्षण आयुक्त पद - महेश्वरी बालिका इंटर कॉलेज अलीगढ़", "जिला संगठन आयुक्त गाइड पद - राजकीय कन्या इंटर कॉलेज कलाई" एवं "जिला संगठन आयुक्त स्काउट पद - लगसमा इंटर कॉलेज" उपरोक्त चारों पद रिक्त हैं जिन पर प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ ने 2 दिसंबर 2021 को दिए गए लिखित जबाब में कहा है कि, उपरोक्त पद रिक्त हैं जिन पर मुख्यालय द्वारा कोई नियुक्ति नहीं हुयी है।
वहीँ दूसरी तरफ "जिला सचिव भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़/प्रधानाचार्य तलेसरा इंटर कॉलेज तलेसरा श्री डालेश कांकरान" जी से उपरोक्त सन्दर्भ में "जन सूचना अधिनियम के अंतर्गत 2 जून 2022 में पूछे गए प्रश्न" के जवाब में "14 जनवरी 2024" को लिखित में उत्तर दिया गया है कि उपरोक्त पदों का कोई नियुक्ति रिकॉर्ड नहीं है।
जन सूचना अधिनियम के अंतर्गत किसी सवाल का जबाब लगभग लगभग २ वर्ष में दिया जाना अपने आप में एक प्रश्न चिन्ह है, यध्यपि जिला सचिव भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ ने यह साफ़ ज़ाहिर कर दिया कि उपरोक्त पदों पर कोई नियुक्ति रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हैं,
जब नियुक्तियां सरकारी तौर पर हुयी ही नहीं हैं तो सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि उपरोक्त पदों पर या नहीं कि [जिला संगठन आयुक्त स्काउट पद पर श्री जफरुद्दीन सर/सरकारी अध्यापक लगसमा इंटर कॉलेज, जिला संगठन आयुक्त गाइड पद पर डॉ शुभिका/प्रधानाचार्य प्रवक्ता राजकीय कन्या इंटर कॉलेज कलाई, जिला प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट पद पर श्री कुलदीप सक्सेना सरकारी अध्यापक हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज अलीगढ़, जिला प्रशिक्षण आयुक्त पद पर श्रीमती ज्योति भार्गव सहायक अध्यापक महेश्वरी बालिका इंटर कॉलेज अलीगढ़] किसके आदेश से कार्य कर रहे है?
संयुक्त शिक्षा निदेशक अलीगढ़ मंडल अलीगढ़ का लिखित में कहना है कि उपरोक्त पदों पर नियुक्तियां 07-09-2021 को हुयी हैं जबकि जिला सचिव ने अपने हस्ताक्षर करके 11-09-2021 में उपरोक्त पदों पर नियुक्ति पत्र जारी कर दिए, जबकि उपरोक्त पदों की नियुक्तियों में प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ के हस्ताक्षर मान्य होते हैं,
प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ के द्वारा नियुक्ति पत्रों को हस्ताक्षरित न करना एवं 2 दिसंबर 2021 को दिए गए लिखित जबाब में कहना कि, उपरोक्त पद रिक्त हैं जिन पर मुख्यालय द्वारा कोई नियुक्ति नहीं हुयी है, साबित करता है कि उपरोक्त पदों पर नियुक्तियां फ़र्ज़ी हैं, अमान्य हैं जो कि जिला सचिव की मिलीभगत और रिश्वतखोरी का परिणाम है।
एक ओर जहाँ सरकार सामान अधिकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है वहीँ सरकारी विभाग के शिक्षा महकमे के जिला सचिव महोदय सिर्फ पैसों का साथ पैसे देने वालों का विकास की बात करते नज़र आरहे हैं, यह घटनाक्रम कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों, एवं उच्च अधिकारीयों के समक्ष रखा गया है, लेकिन मामला जस का तस है,
इसी घटनाक्रम के सन्दर्भ में मां सरस्वती गाइड कंपनी स्वतंत्र भारत स्काउट और गाइड का नवीनीकरण शुल्क सन 2017 से 2023 तक जमा होने के बावजूद प्रतिबंधित कर दिया गया। ना ही उच्च शिक्षा प्रशिक्षण करने दिया जा रहा है।
यह सब तीन सरकारी प्रधानाचार्य जो भारत स्काउट और गाइड में कार्यरत हैं की तानाशाही के चलते हो रहा है, जो जानभूझकर न जाँच को आगे बढ़ाना चाहते हैं न ही नवीनीकरण शुल्क समय से जमा होने के बाद भी "मां सरस्वती गाइड कंपनी स्वतंत्र भारत स्काउट और गाइड" पर लगाए गए गलत एवं अन्यायपूर्ण तरीके से लगाए गए प्रतिबन्ध को हटाने देना चाहते ह
उपरोक्त सन्दर्भ में, मां सरस्वती गाइड कंपनी स्वतंत्र भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ की गाइड कैप्टन डॉ कंचन जैन एवं मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी एवं महामहिम राज्यपाल महोदया/संरक्षक भारत स्काउट और गाइड एवं माननीय जिलाधिकारी महोदय अलीगढ़ से न्याय की गुहार लगाते हुए भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ सन 2021 फर्जी नियुक्ति प्रकरण की जांच की मांग की है।
लेख : लिखन्तु डॉट कॉम