लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज
मन चंचल पूछे हजारों सवाल
लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज ?
भीड़ बढ़े मंदिर के द्वार
धक्के लगे हैं हज़ार
डटे रहे फिर भी, अडग हैं विश्वास
लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज ?
वक़्त के चक्कर में फेरे अपार
घूमे जैसे गोलाकार, चक्र समान
बस अंत है अब आता ख़्याल
लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज ?
पहुंचे परिसर में तेरे पास
आया ज़ोर से एक धक्का अपार
तनिक निर्खा भी नहीं दीदार
निकाल दिया भीड़ ने बहार
लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज ?
रोएं अंखियाँ, निकले आँसू अपार
अभिलाषा बनी निराधार
दर्शन हुआ भी न खास
हो गए बाबा हम तो "हताश"
लंबी लगी है क़तार
बाबा दर्शन होगा क्या आज....?????