जिदंगी मे मिले मुझे ना जाने कितने ही गम
गैरो ने नही, मेरे अपनो ने ही दिए मुझे ज़ख्म
तन्हाईयो मे रोकर मानो मैने पहना दिए हो इन्हे कफन
छुपाकर सबसे कर लिया इन गमो को सीने मे ही कहीं दफन।
-राशिका
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-राशिका