लाइफ है जनाब
लाइफ ठोकरे दिए बिना खड़ा होने कहाँ देती है?
बेवफ़ा बनकर ही वफ़ा की अहमियत समझाती है,
दिल तोड़ कर ही सच्चे प्यार की परख कराती है।
दुख की रातों के बाद ही सुख की सुबह दिखाती है,
हार दिखा कर ही सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ाती है।
ज़िन्दगी रोलर कोस्टर में घुमा घुमा कर ही हमारे जीवन को अनुभवों से सजाती है
लाइफ है जनाब !
ठोकरों के बिना जीना कहाँ सिखाती है?
वन्दना सूद
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