वो अजनबी।
हमने आंखें देखी, पलकें देखीं, खुशबू ली,
बाल देखें, नजरें देखी, आवाज सुनी,
बातें की, साथ चलें, हाथों का रंग देखा,
थोड़े वो व्यस्त थे तब उनका काम देखा,
होंठ गुलाबी थे, भौंहों में चेतना थी,
फिर क्यों कहें,
वो अजनबी हैं।।
- ललित दाधीच।।


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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