वो पहली मुलाकात हड़बड़ी वाली थी तुम्हारी,
जिसमें एक मोड़ पर अचानक टकरा गए थे तुम उनसे।
तुम भी थे जल्दबाजी में,
वो भी थे जल्दबाजी में,
पर नजरें तो मिल ही गई थी।
चेहरे पर था नकाब तुम्हारे,
पर तुम्हारी आंखें तो उनके दिल में बस ही गई थी। वाह! वो पहली मुलाकात भी
क्या मुलाकात थी.......🖋🖋
वो पहली मुलाकात दिल धड़काने वाली थी तुम्हारी,
जिसमें वो भी अजनबी थे तुम्हारे लिए और
तुम भी अजनबी थे उनके लिए,
पर उनकी वो मुस्कान,
मानो थे वो कोई तुम्हारे ही अपने।
काश तुम्हारे चेहरे पर नकाब ना होता,
तुम्हारी मुस्कान को भी वो देख लेता। वाह! वो पहली मुलाकात भी
क्या मुलाकात थी........🖋🖋
वो पहली मुलाकात मोहब्बत वाली थी तुम्हारी,
जिसमें चलते - चलते इश्क हो गया था तुम्हें उनसे
और इश्क हो गया था उन्हें भी तुमसे।
नजरें मिली, दिल भी मिल गए थे,
ना होते दोनो जल्दबाजी में तो
उसी वक्त एक हो गए होते। वाह! वो पहली मुलाकात भी
क्या मुलाकात थी........🖋🖋
~ रीना कुमारी प्रजापत
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




