इस दुनिया में ये तमाशा क्यू हे
गले लगाते होफीर हो हाथ में खंजर क्यू हे
लोग कहते हे की तू हर जगह हे मोजूद
फीर मंदिर मस्जिद में लोग नतमस्तक क्यू हे
इस दुनिया में रहनेवाले सभी तो तेरे अपने हे
फीर कोई अपना कोई पराया क्यू हे
तुही तो रचइता हे सब की किस्मत का
फीर कोई कमनसीब कोई खुशकिस्मत क्यू हे
के बी सोपारीवाला