दिवस में एक दिवस पर्यावरण भी मनाने लगे
वर्ष का एक दिन पर्यावरण के सुधार में लगाने लगे
हर गली, शहर ,दफ़्तर में वृक्षारोपण करने लगे
भरपूर वृक्ष लगाए गए धरती के प्रांगण में
खूब दिग्गज पेड़ पौधे लगाते देखे गए टेलीविज़िन पर
धरा भी ख़ुशी से झूमती हमारी
कि मानव जाति ने उपकार किया है प्यारा
पर अगले ही दिन सब भूल गए पर्यावरण संरक्षण को
न धूप से बचाया उन्हें
न पानी पिलाया उन्हें
जलते,सूखते बिना पानी के जीने से पहले ही ख़त्म हो गए
अगले वर्ष फिर धरती ख़ाली थी
वृक्षारोपण के लिए!!
वन्दना सूद
ज़िम्मेदारी सिर्फ़ जन्म देने की नहीं होती बल्कि उसे देखभाल से पालने की भी होती है 🙏
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




