ओ बाबा गर थोड़ी पनाह दे दो
दया से आशीष दे दो
ॐ में समा जाना है
पुकारते रहते है हर क्षण
चिंतन से केंद्रित तेरी ओर
ॐ में समा जाना है
है बड़ा तूं उस जग का शहंशाह
गुलाम तेरा बन
ॐ में समा जाना है
ओ बाबा तूं है बड़ा भोला
इस भोलेपन से लिपटकर
ॐ में समा जाना है
हर किसी का तूं बने सहारा
मुझे पकड़ो दो आसरा
ॐ में समा जाना है
तूझ सा ना कोई निराला
तेरा दास बना दो
ॐ में समा जाना है
आरज़ू भी तमन्ना भी रोएं
तेरा होने को आत्मा भी रोएं
ॐ में समा जाना है
कहते है ब्रह्म तूं
सत्यम् शिवम् सुंदरम तूं
इसी तत्व में ॐ बन समा जाना है