विश्वास के धागे
शिवानी जैन एडवोकेट Byss
क्रूरता की आग जब भड़कती है,
तो रिश्तों की नींव तक हिल जाती है।
विश्वास के धागे टूट जाते हैं,
और प्यार की हर उम्मीद मुरझा जाती है।
रिश्तों की गहराई में दरारें पड़ जाती हैं,
और प्यार की मधुरता खो जाती है।
क्रूरता की आग में सारे सपने जल जाते हैं,
और जीवन की सुंदरता खो जाती है।
विश्वास की कमी से रिश्ते कमजोर हो जाते हैं,
और प्यार की जगह क्रूरता ले लेती है।
क्रूरता की आग में सारे रिश्ते जल जाते हैं,
और जीवन की खुशियाँ खो जाती हैं।
हम क्रूरता की आग को बुझाएं,
और रिश्तों की नींव को मजबूत बनाएं।
हम विश्वास और प्यार को बढ़ाएं,
और जीवन की सुंदरता को बचाएं।