उंगली पकड़कर जिसने हमें चलना सिखाया,
गलती पर डांटकर जिसने हमें सुधारा,
हमसे भी ज्यादा जिसे हमारी चिंता है,
जो हर मुश्किल में हमारे साथ खड़ा है।
जिसने अपने सपनों को हमारे लिए कुर्बान किया,
हमारी खुशियों के लिए खुद को भूलाया,
जो हर पल हमारी फिक्र में डूबा रहता है,
वो है पिता, हमारे जीवन का सच्चा हीरो।
पिता का प्यार, सागर सा गहरा,
उनका दुलार, छांव सा ठंडा,
उनकी ममता, हर दुख हरती,
वो हमारे हीरो, हमारी ढाल हैं।
जो दिन-रात हमारे लिए मेहनत करता,
अपनी खुशियों को हमारे लिए समर्पित करता,
हमारे सपनों को उड़ान देने वाला,
वो है पिता, सबसे महान और प्यारा।


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







