New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

बस उड़ते रहना सिर्फ़ उड़ते रहना..

बन के उड़ जाओ आसमानों में पतंगों की तरह ।
हल्की फुल्की उमंगों की तरह।
ना दुःख दर्द ना कोई चिंता फिकर।
सब भूल कर बस हल्के मन से
सिफ अपनी मस्ती अपनी धुन में।
हां पर इतना याद रखना
मांझा ज़रा ख़ास रखना
क्योंकि धरती हो या आकाश
यहां हर जगह काटने वाले मिलेंगे
जो ख़ुद उड़ नहीं सकतें तो क्या
सबकी जड़ें तो काटेंगे हीं काटेंगे।
तुम्हारे हिस्सों की खुशियों को भी
कम कर देंगें छाटेंगे हीं छटेंगे।
तुम्हारी ऊंची उड़ानों को वो देखना भी ना चाहेंगे।
पर तुम अपनी इक्षा शक्ति बनाए रखना ।
हौसलों को जमाए रखना ।
क्षितिज के पार है जाना तुम्हें
खुद को ये एहसास दिलाये रखना।
याद रखना उड़ने की ज़द पंखों में नहीं
हौसलों में होती है।
जिसकी जितनी चाह उसकी उतनी राह।
हार मानने वालों की दुनियां बहुत छोटी होती है।
जो लड़ने की ज़िद्द रखतें हैं उनकी हीं जिंदगी तमाम होती है।
इसलिए आनंद ये कहता है कि..
अपनी जिजीविषा को बढ़ाओ।
जिंदगी को लायक बनाओ।
वरना नालायक बनाने के लिए
दुनियां तो है ना..
जो तुम्हें उफ तक का मौका न देगी
और हर लेगी तुम्हारी सब सुख चैना।
पर सबकुछ भूल कर तुम्हारा एक हीं काम है..
बस दुनियां की अकाशों में सिर्फ़
उड़ते रहना बस उड़ते रहना
बस उड़ते रहना सिर्फ़ उड़ते रहना...




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

क्षितिज के पार है जाना तुम्हें.... लाजवाब, बहुत बढ़िया

Vineet Garg said

बहुत ही उमंग भरी रचना बिल्कुल ऐसा ही करेंगे 👏👏

Manju Sharma said

जीवन में अगर कुछ पाना है तो बस कभी रुकना नहीं है हमेशा चलती रही है और उड़ते रहिए मंजिल एक दिन जरूर आपके कदम चूमेगी

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन