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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

त्याग एक नियम

त्याग एक नियम
त्याग जीवन का एक अनमोल हिस्सा
जन्म न त्यागा होता
तो नया जन्म न पाया होता
माँ की गोद न त्यागी होती
तो बचपन कैसे मिलता ?
न त्यागते बचपन
तो यौवन कैसे जीते ?
यौवन बीता
तो बुढ़ापा देखा
प्रकृति ने यह नियम बनाया
त्याग ही जीवन यात्रा को पूर्ण बनाता
फिर क्यों
काम ,क्रोध ,लोभ,मोह ,ईर्ष्या ,द्वेष के भाव न हमनें त्यागे?
क्यों गुणों के अभिमान न हमसे त्यागे जाएँ?
क्यों हम शोक रूपी पवन से न बच पाए?
क्यों चिन्ता रूपी काँटों की चुबन हर क्षण सहते ?
क्यों ममता की चादर समेटना नहीं चाहते ?
क्यों अहम् रूपी अन्धकार के कुँए में आज भी रोशनी ढूँढते रहते ?
क्यों ऋतुओं के बदलते हम नहीं बदलते ?
क्यों हम त्याग के सूरज को नहीं अपनाते ?
क्यों भावनाओं की जड़ता से हम दुखों का दरिया बनाते ???
वन्दना सूद


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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Lekhram Yadav said

आपने त्याग को अमरत्व प्रदान कर दिया, अपनी बेहद खूबसूरत रचना से, आपको सादर नमस्कार

वन्दना सूद replied

🙏🙏

कमलकांत घिरी said

बेहद खूबसूरत, बहुत अच्छी संस्कार और विचार से प्रभावित यह रचना बहुत ही शानदार है मैम जी, आपकी रचनाओं से बहुत कुछ सीखने को मिलता है हमें 😊आपको मेरा सादर प्रणाम 🙏

वन्दना सूद replied

लेखन वही अच्छा जो अपने साथ औरों को भी रोशनी दिखाए 🙏🙏बस यही प्रयास रहता है हमेशा

Devraj malviya said

संपूर्ण जीवन में त्याग कर ही कुछ अच्छा पाया जा सकता है बहुत सत्य विचार वंदना जी

वन्दना सूद replied

शुक्रिया जी 🙏🙏😊

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