जो ख़ुद का आइडियल होते वलियों के कथा पर अमल नहीं करते हैं
मजारे मजार जाने वाले का दिल दिमाग़ सदा कन्फ्यूज रहता है
आइडियल दिमाग़ किसी से मुकाबला करने में नहीं ख़ोज में रहता है
ख़ोज वो आविष्कार करने वाले लोग दुनियां की भीड़ में तन्हा ही होता है
वसी अहमद क़ादरी ! वसी अहमद अंसारी
दरवेश ! कवि ! लेखक ! मुफक्किर ! व्यूवर