New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सुख कहीं बाहर नहीं - सुप्रिया साहू

सुख कहीं बाहर नहीं

सुख कहीं बाहर नहीं, सब हमारे अंदर है।
चलती हैं सांसे, सब प्रकृति पर निर्भर है।।

कुछ सुकून है, अपने दिल के अंदर ।
कुछ गुरुर है, इस सीने के अंदर...।।

ढूंढने पर भी नहीं मिलेगा, सुख कहीं बाहर।
परिवारों के बीच, है बहता प्रेम निर्मल ।।

- सुप्रिया साहू




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (9)

+

Shiv Charan Dass said

सुख दुख का वाहक हमारा मन ही है सुन्दर

Supriya sahu replied

धन्यवाद महोदय जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Lekhram Yadav said

बहुत सुन्दर रचना, सुप्रभात सहित सादर नमस्कार।

Supriya sahu replied

धन्यवाद महोदय जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Vadigi.aruna said

सही कहा आपने, बहुत खूब

Supriya sahu replied

शुक्रिया😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

श्रेयसी said

सच्ची रचना 👌👌🙏🙏

Supriya sahu replied

बहुत - बहुत आभार एवं शुक्रिया मैम 🥰😊, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

रीना कुमारी प्रजापत said

You are right 👌🙏

Supriya sahu replied

Thanks for your beautiful comment🥰😊, greetings you🙏🙏

वन्दना सूद said

सुंदर विचार 👏👏👌👌

Supriya sahu replied

धन्यवाद मैम 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

परिवारों के बीच है,बहता प्रेम निर्मल। वाह सुप्रिया जी। सुंदर रचना।

Supriya sahu replied

बहुत - बहुत धन्यवाद मनोज सर जी 🥰😊, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

कमलकांत घिरी said

बहुत ख़ूब लिखा आपने👌👍💐🙏

Supriya sahu replied

शुक्रिया कमल सर जी🥰😊, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Updesh Kumar Shakyawar said

सुंदर रचना 👌👌🙏

Supriya sahu replied

धन्यवाद आदरणीय सर जी 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन