New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सत्ता

दुशासन मरते नहीं है
सत्ता से पैदा होते है
मिटते भर है
सत्ता शक्ति उन्मुक्त है
यही दुर्योधन जन्मती है
दुर्योधन मरते नहीं
मिटते भर है
सत्ता धृतराष्ट्र बनाती है
सत्ता ही अधर्म ही जननी है
सत्ता कर्णो को खरीदती है
सत्ता भीष्मों के सहारे
चलती है
सत्ता कहाँ विदुरों से डरती है
सत्ता द्रौपदियों का पीछा
करती है
अपनी जांधों पे बैठाने को
आतुर रहती है
द्रौपदियों कहाँ सुरक्षित
रहती है
दुसाशनो की हवसी ऑंखें
चीर हरणी सपनो में
डूबी रहती है
सत्ता छाया सी उनकी
उनके सिर पे रहती है
कृष्ण कहाँ पुहंच पातें है
हर पल चीर हरण सत्ता
के दरवाजे पर होते है
यहाँ हर क्षण धर्म युद्ध है
यहाँ हर क्षण धर्म हनन है




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Waah adhbhut Mahabharat aur adhunik satta ka Aacharya se bhara hua sammelan bahut khoob soorat Kumar sir ji aap tak pranam pahuche 🙏🙏

Komal Raju said

Behatrin rachana..mahabharat or aaj ki politics ka bahut achaa comparison . Kuch lines m pura mahabharat dikh gya or aaj ki satta bhi.

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन