एक स्त्री होने का दर्द ...
फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही लोग राफेल की गति से इनबॉक्स में एंट्री मारते हैं।
किसी को हाय करनी है... किसी को हैलो...किसी को दोस्ती करनी है... तो किसी को शादी...
कोई साथ में चाय पीना चाहता है... तो कोई कॉफी.....
कोई साथ में लंच करना चाहता है तो कोई कैंडिल लाइट डिनर...
कोई किये जा रहा है लगातार मैसेंजर पर कॉल
कोई भेज रहा लव इमोजी
कोई भेज रहा फ्लाइंग किस
कोई 15 साल का है...कोई 50 साल का है... तो कोई है 75 साल का....
सबको जानना है क्या करती हो
कहाँ रहती हो
कहाँ जॉब करती हो
अकेले रहती हो...??
कुछ मोहित हैं चेहरे पर....
कुछ को अच्छी लग रही है मासूमियत
कुछ डूब जाना चाहते हैं आंखों में
कुछ बांध रहे हैं पुल तारीफों के
कुछ लगे हैं साबित करने में खुद को श्रेष्ठ आशिक
इनबॉक्स में आने बालों की उम्र, जाति, मजहब, नाम सब अलग है, लेकिन सबकी ठरक एक हे 'उपदेश'.....
एक बीज आप सब के लिए, इस पर अवश्य सोचें।
.- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद