माँ बाप की दुआओं में तो कमी न थी
फिर क्यूँ पराये घर जा के बेटी बची न थी
सबने देखा है बहू को ख़ाक में मिलते हुए
वो भी तब जब रंग मेंहदी की उतरी न थी
परायों से प्यार की उम्मीद हीं क्यूँ की जाए
जो हो चुका वही हो रहा ये नई बात न थी
शिक्षा रूपी ज़ेवर से मैंने तो बेटी का बदन भर दिया
जानतीं हूँ जौहरी की कमी कभी न है न थी
प्रथाएँ बदलती रहती है, परिवर्तन वक्त का तक़ाज़ा है
सो मैंने बेटी दान नहीं किया क्योंकि वो वस्तू न थी