सूनी ना पड़ें कहीं
मोहब्बत की राहें ।
रह न जाएं हम
भर भर कर आहें।
तुम फैला कर रखना
ये खूबसूरत बाहें ।
हम ये हार तुम्हारा
क़ुबूल करेंगें।
और मोहब्बत की बज़्म
में हम तुम फेरे लेंगेें।
फिर सितारों से रौशन
होगी ये दुनियां।
फिर मोहब्बत पे अपनी
कोई पहरा ना होगा।
सब और होंगी
बस मोहब्बत की बातें
सिर्फ खूबसूरत दिन
और होंगी खूबसूरत रातें
सिर्फ़ खूबसूरत दिन
और होंगी सिर्फ़ खूबसूरत रातें...