
औलाद दाता ,
धन्य कृपालु तेरे ,
खुश मां बाप !
परवरिश ,
खुद तंग मां बाप ,
बच्चों के लिए !
शिक्षा विवाह ,
कर्तव्य निर्वहन ,
जिम्मेवारियां !
स्वप्न संजोए ,
सहारा देंगे बच्चे ,
बुढ़ापा कटे !
नौकरी पेशा ,
आलीशान जिंदगी ,
औलाद मस्त !
पाश्चात्य सोच ,
संतान माने बोझ ,
सेवा-शुश्रूषा !
वक्त बेवक्त ,
मां बाप की उपेक्षा ,
करे संतान !
वृद्ध मां बाप ,
निगाहें सहारे को ,
हैं निहारतीं !
मिला सहारा ,
वृद्धाश्रम ठिकाना ,
बाध्य बुजुर्ग !
मौन मां बाप ,
फिर भी आशीष दें,
खोटे सिक्को को !
कुछ भी करें ,
औलाद या मां बाप ,
ईश्वर देखे !
ऐसे लोगों को
औलाद देकर भी
ईश शर्मिंदा !
✒️ राजेश कुमार कौशल
हमीरपुर , हिमाचल प्रदेश