शांति का मार्ग- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात "
कौन था ये आदमी, इतना बेरहम और क्रूर, कि किसी को घसीटा, फिर किया बेदर्दी से मूर।
शायद इसे लगा होगा, कि ये कोई खेल है, या फिर ये सोचा होगा, कि इससे बहुत मज़ा आएगा।
या फिर ये चाहता होगा, कि सब लोग डर जाएं, इसकी इस हरकत से, सब लोग कांप जाएं।
पर ये तो बहुत ही गलत काम है, इसे कोई भी बर्दाश्त नहीं कर पाएगा।
ऐसे लोगों को तो जेल में डाल देना चाहिए, ताकि सबको सबक मिले, और कोई ऐसा काम न करे।
ये कहानी बताती है, कि हिंसा कभी अच्छी नहीं होती, इससे केवल दुख और दर्द ही होता है।
तो चलो सभी मिलकर, एक संकल्प लेते हैं, कि हिंसा से दूर रहेंगे, और शांति का मार्ग अपनाएंगे।