कितने ही सवालों में उलझी रहती है यह ज़िन्दगी
कई बार जिनके जवाब वक्त के पास भी होंगे कि नहीं ,इसका जवाब भी ज़िन्दगी के पास नहीं होता
इसलिए कहते हैं कि
अपनी परेशानियों के सवाल नहीं ,उसके समाधान ढूँढने चाहिए
जिस दिन से समाधान की राह पकड़ लोगे,उस दिन से ज़िन्दगी से सब सवाल खत्म हो जाएँगे ।
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




