अनुभूति से अक्सर बदल जाता नसीब है
आज़मा कर जाना कि दिल की बदल जाती सिहरन है ।
दिल दुखी हो या चाहे ग़मों में उलझा ही क्यों न हो
चेहरे पर ख़ुशी ही रखना ,लबों पर मुस्कान बनाए रहना
क्योंकि अक्सर सकारात्मक अनुभूति से बदल जाता नसीब है।
बेशक ज़िन्दगी तूफ़ानों से घिरी हो ,कोई किनारा न नज़र आता हो
अच्छे तैराक हो,अन्त में जीत तुम्हारी ही होगी यह आत्म विश्वास बनाए रखना
क्योंकि अक्सर सकारात्मक अनुभूति से बदल जाता नसीब है ।
जैसी भी परिस्थिति हो,भीड़ में अपना स्वाभिमान न खोने देना
दिखावा ही सही,लोगों की धारणाओं में खुशहाल बने रहना
क्योंकि अक्सर सकारात्मक अनुभूति से बदल जाता नसीब है ।
वन्दना सूद