मनायें ऐसे पंद्रह अगस्त
मनायें ऐसे पंद्रह अगस्त
खेतों में भी ताने हों, गूंजे गीत खलिहानों में
शीतल मन्द सुगन्ध हवा में, गूंजे गीत खलिहानों में
कुटिया में भी जश्न मने, जश्न मने मैदानों में
गलियों में गूंज रहे, गूंजे राज घरानों में
रहें सभी अल्मस्त
मनायें ऐसे पंद्रह अगस्त
होली जैसा रंग रंगें हम, दिवाली सा बंटे मिठाई
गले मिलें हम ईद जैसा,इक दूजे को दिये बधाई
बैशाखी सा ढोल बजे,ओणम की हो रंग रंगाई
धूम धड़ाका दशहरे सा, गूंजे गली गली शहनाई
सभी मगन और व्यस्त
मनाएं ऐसे पंद्रह अगस्त
जगमग जगमग दीप जले, पूनम जैसी रात सजे
मंदिर सजे चौपाल सजे, गली गली चौराह सजे
बच्चे बूढ़े और जवां में, देश प्रेम का राग सजे
हम भी सजें आप सजें, यादों की बारात सजे
दिखें सभी जबरदस्त
मनायें ऐसे पंद्रह अगस्त
भांगड़ा हो, गिद्धा हो, बीहू की मुस्कान हो
कुच्चीपुड़ी हो, कत्थकली हो,गरबा की तान हो
करमा हो, ददरिया हो, भोजपुरी की शान हो
नव यौवन के नये रंगों में, वीरों जैसी आन हो
चंगा रहें है समस्त
मनायें ऐसे पंद्रह अगस्त ।🇨🇮🇨🇮🇨🇮
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आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई 🌹
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




