सच्चाई का सागर गहरा,
झूठ की नदी छछहरी।
सच बोलना ही है धर्म,
झूठ बोलना है छल परी।
सच बोलने में ही है बल,
सच में ही है जीवन का मूल।
झूठ बोलने से बचना,
यह है हर मनुष्य का कूल।
सच बोलना ही है नेकी,
झूठ बोलना ही है पाप।
सच बोलने से मन शांत,
झूठ से मन होता व्याकुल।
सच बोलने से बढ़ता विश्वास,
झूठ से टूटता रिश्ता।
सच बोलना ही है ,
सफलता का रास्ता।
झूठ से होता है ,
पतन निश्चित।