सबकी कहानी
अलग होकर भी एक है
हर किसी का जीवन
एक कहानी है
और हर कहानी के बोल ऐसे हैं
जो आँख में आँसू ला देती है
किसी के दुख
दूसरे के सुख से ज़्यादा
तो किसी के सुख
दूसरे के दुख से ज़्यादा
कोई तन से दुखी
तो कोई मन से दुखी
कोई धन के लिए दुखी
तो कोई धन से दुखी
कोई नहीं है ऐसा,
जो केवल सुखी है
कोई नहीं है ऐसा,
जो केवल दुखी है
सबकी कहानी
अलग होकर भी एक सी है
इसलिए
हर एक के गम को सदा
अपने गम से ऊपर ही रखना
पर हर एक के सुख को देख
अपने सुख को कभी कम न समझना
हम कितना पाने के योग्य थे,
ये हम नहीं जानते
पर इतना ज़रूर मानना
कि जो भी पाया है
वो बहुतों से बहुत ज़्यादा पाया है ..
----वन्दना सूद