साँस-साँस जपती हैं नाम प्रभु का,
रग-रग में बसे उन नाथ शंभु का।
जब-जब घिरा विकट विपत्तियों में,
उबारा प्रभु ने हर परिस्थितियों में,
निशि-दिवस मुख में उनका नाम,
कृपा बनी रहे मुझपर महाप्रभु का।
साँस-साँस जपती हैं नाम प्रभु का,
रग-रग में बसे उन नाथ शंभु का।
कल्याणकारी सदा जिनकी छत्रछाया,
जुड़ी है जिनसे संसार की हर माया,
सहज, सरल, अविनाशी भक्तवत्सल,
हरता भय डम-डम ध्वनि डमरू का।
साँस - साँस जपती हैं नाम प्रभु का,
रग - रग में बसे उन नाथ शंभु का।
🖊️सुभाष कुमार यादव