New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

रंग बदल रहा है आसमान का...

रंग बदल रहा है आसमान का
समुन्दर का पानी भी लाल हो रहा है |
कोई कहता है ग्लोबल वार्मिंग
मै कहता हूँ पाप का दर्या | |
एक जीव की क्या जुरूरत
अभी अभी चाँद पे कदम रखा है |
इतनी भूख भी ठीक नहीं जनाब
सारा ब्रम्हांड पुकार रहा है | |
साल दो साल की उमर किनारी
बाँध रहे है आशियाना हवा में |
कितने महल मिट्ठी के
खंडहर हो चले समय की धारा में | |
सीधा देखना छोड़ दे बांवरी
सारा खेल चक्र का है |
कितना भी भागते रहो अविरत
आता वही है जहाँ शुरवात है | |
कितने पंडित बैठे है घमंड में
हमने भी कुछ कुछ जान लिया |
घोसले में बैठे पंछी ने
मानो आसमान छू लिया | |
कभी सोचता हूँ मै यह चक्कर क्या है?
सर पे बढ़ते बालों का राज क्या है?
राज राज है जनाब
इसे राज ही रहने दो |
जिस दिन जानोगे
दुनिंया खो दोगे | |

✍️ प्रभाकर, मुंबई ✍️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (10)

+

डॉ कृतिका सिंह said

Bahut Sundar Bahut khoob likha Prabhakar ji

Muskan Kaushik said

Well said sir👌👌

प्रभाकर said

Thank you Kritikaji aur Muskanji

Kapil Kumar said

Sacchai hai chahun or chhai hai

Suman Yadav said

Bahut Sundar Satya kaha bhai sahab

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत खूब कहा महोदय राज है राज ही रहने दो आखिर करना भी क्या है जानकर

राजू वर्मा said

Nyc

Ankush Gupta said

सच कहा आपने

Kapil Kumar said

बिल्कुल सही कहा आपने

प्रभाकर said

Thanks for all

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन