रात की बाँहों में
रात की बाहों में, अपने पनाहों में।
इश्क़ हैं करते तुमसे, हर राहों में।।
उस अंधेरी रातों में, तुम्हारी बातों में।
खामोश लबों में, मीठी सी मुस्कानों में।।
तुमसा नहीं कोई, चमकती आसमानों में।
हर पल ढूंढते तुझे, इन सुंदर बहारों में।।
बुनते रहते हमेशा, तेरी यादों में।
सो जाए एक पल, रात की बाहों में।।
- सुप्रिया साहू