प्यार क्या है..
छुए बिना स्पर्श
शब्द बिना वर्णन,,
अपनेआप उमड़ता स्नेह
मिलन के लिए ईंतजार,,
बीच समंदर में भी प्यास
पतझड़ में वसंत की याद,,
और अंत में 'उपदेश'
ये पढ़ते जो याद आए
वो प्यार है......
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद