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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सोच में परिवर्तन जरूरी है

सोच में परिवर्तन जरूरी है
संसार की चमक ऐसी है
कि खुली आँखों से भी सबको धुँधला ही नज़र आता है ।

सबको ज्ञात है कि
शायद पलक झपकने तक की ही यह ज़िंदगी हो
फिर भी आज को छोड़ भविष्य के लिए जीते हैं ..

सबका मन जानता है कि
हर कोई अपने कर्मों का ही किया भुगत रहा है
फिर भी अपने हर सुख दुख का दोष दूसरे को देता है ..

सब मानते हैं कि
भावनाओं के बन्धन ही हैं जो सब दुखों के कारण हैं
फिर भी उम्र के किसी भी पड़ाव में इस सागर में डुबकी लगाना नहीं छोड़ते ..

सब जानते हैं कि
जीवन के संघर्ष,उनका तजुर्बा और जीवन को जीने का नज़रिया सबका अलग होता है
फिर भी अपनी सोच,अपने अहम् और अपने नज़रिए से ही सबको चलाना चाहते हैं ..

जब सब कुछ सब जानते समझते हैं
तो अपने लिए परिवर्तन की राह क्यों नहीं अपनाते हैं ?
तो सत्य,दया,दान,क्षमा,समर्पण की भावना क्यों नहीं अपनाते हैं ??
वन्दना सूद




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

Lekhram Yadav said

, जी हां आपने सही कहा सोच में बदलाव जरूरी है, बहुत सुन्दर संदेश, आपको सादर नमस्कार

वन्दना सूद replied

शुक्रिया sir 🙏🙏😊आपको भी नमस्कार

श्रेयसी said

काश कोई इन बातों पर दृष्टि डाले । बहुत सुंदर रचना 👌👌🙏🙏

वन्दना सूद replied

सही कहा

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