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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

प्रकृति की गोद

प्रकृति की गोद
अतुलनीय है प्रकृति की महता
यदि महिमा का गुणगान करना चाहें
तो सोच छोटी रह जाती है
कुछ लिखकर ब्याँ करना चाहें
तो शब्दकोश में शब्द कम पड़ जाते हैं
ऐसी है हमारी अनमोल प्रकृति ..

ऊर्जा का ऐसा अदभुत स्रोत है
जिसके स्पर्श मात्र से ही जीवन परिपक्व बन जाता है
कभी मन बेचैन होकर गम में डूबने लगे
सामने हार नज़र आने लगे
आत्मविश्वास डगमगा रहा हो
अपनों में भी अकेलापन लगने लगे
तो एक पल बिताए बिना प्रकृति से मिलने आ जाना ..

जिस समय रात्रि अलविदा लेने लगी हो
कुछ तारें अभी भी धरती पर झाँक रहे हों
पक्षियों का संगीत नयी सुबह का अभिनन्दन कर रहा हो
उस खामोशी में भी एक अपनापन लग रहा हो
पवन तुम्हें हल्का हल्का स्पर्श कर रही हो
तो समझ जाना कि
प्रकृति अपनी गोद में तुम्हें सहला रही है ..

वह माँ की तरह तुम्हारे मन की भावनाओं को समझेगी
तुम्हारी आशाओं को नया सवेरा देगी
तुम्हारे आत्मविश्वास को चट्टान सा बना देगी
नयी उम्मीद,नया हौसला देकर तुम्हें सफलता की सीढ़ी चढ़ने की प्रेरणा देगी
तुम अकेले नहीं हो,मैं हर जगह तुम्हारे साथ हूँ ऐसा कह रही होगी
हो सके तो मुझसे रोज़ मिलने आना शायद ऐसा तुमसे प्रकृति भी कह रही होगी ..
वन्दना सूद



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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

उपदेश कुमार शाक्यावार said

तुम्हारे आत्मविश्वास को चट्टान सा बना देगी...सुंदर शब्दों के साथ प्रासंगिक।

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊इस बात में सच्चाई है यदि आपने experience नहीं किया तो जरूर try कीजिएगा

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर रचना।👌👌🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

Lekhram Yadav said

बहुत खूबसूरत रचना आपको सादर नमस्कार

वन्दना सूद replied

नमस्कार sir 🙏🙏😊

Manju Sharma said

पवन तुम्हें हल्का हल्का स्पर्श कर रही हो तो समझ जाना कि प्रकृति अपनी गोद में तुम्हें सहला रही है ..👌👌

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut achha Likha Prakrati par aapne...man harshit hogaya Rachna Padhkar... Saadar Pranam 🙏🙏

वन्दना सूद replied

Aapne last comment mein prakriti ki yaad dilwa di to aapke liye kuch try kiya 🙏🙏😊aapko khushi hui itna hi kaafi hai

श्रेयसी said

बहुत हीं सुंदर वर्णन। बहुत खूबसूरत रचना 🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

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