क्या होता है परिवार
माता पिता बच्चों से बना
एक छोटा सा संसार
संस्कार, कर्तव्य, दायित्वों
से निर्मित कारोबार जिसमें
दादा दादी नाना नानी के
मधुर आशिष की हो नित नयी बौछार
ऐसा होता है परिवार
जिसमें हो स्नेह अपार
त्याग बलिदान का भार
हर एक हर एक के लिए
हो जाना चाहे कुर्बान
एक के सुख के लिए
एक हो जाना चाहे कुर्बान
एक के सुख की खातिर
दूजा कोई कीमत चुकाने
को तैयार
नहीं होता यह मतलबी
संबंधों का आधार
परिवार है प्रेम का निश्छल आबंध
नहीं किसी व्यापारी का व्यापार
ऐसा होता है परिवार जिसमें
माता पिता बच्चों पर सदा
बरसता रहे बुजुर्गों का आशीर्वाद
✍️#अर्पिता पांडेय