कविता : लूटने के बाद....
जिस बखत हम
लूट रहे थे
दूर से तुम खड़े खड़े
देख रहे थे
सब कुछ लूटने के
बाद हमारा
अब दिलासा देने आए ?
क्या फायदा तुम्हारा ?
अब दिलासा देने आए ?
क्या फायदा तुम्हारा .......
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लूट रहे थे
दूर से तुम खड़े खड़े
देख रहे थे
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अब दिलासा देने आए ?
क्या फायदा तुम्हारा ?
अब दिलासा देने आए ?
क्या फायदा तुम्हारा .......