Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मुर्गे की अलसाई

प्राकृतिक

वाह रे मुर्गे की अलसाई
जब सूरज पर छाई तरुणाई
तब मुर्गे ने बांग लगायी
लगता है मुर्गे को भायी अलसाई
सच कहा गया है
घोर कलयुग है भाई
लगता है मुर्गे ने पाश्चात्य कीरिम है लगायी
‌लगा पाउडर और पहन टाई
उसने खाई टोस्ट मक्खन और मलाई
जब मिनट की सुई दस पर आई
तब मुर्गे ने बांग लगायी
वाह रे मुर्गे....
जब मुर्गा होए अलसाई
तब कोई कैसे जगे भाई
यह बात आज समझ में आई
वैज्ञानिकों ने अलार्म घड़ी क्यों बनाई
पर मुर्गे का क्या दोष भाई
मुर्गी ने उसे यह कहावत सुनाई
जब जागो तभी सवेरा है भाई
वाह रे मुर्गे....
#अर्पिता पांडेय




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

ताज मोहम्मद said

बहुत खूब। अति सुन्दर प्रस्तुति।

अर्पिता पांडेय replied

धन्यवाद

डॉ कृतिका सिंह said

बहुत सुंदर 😂😂

अर्पिता पांडेय replied

Shukriya ji😊

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत खूब लिखा 'जब जागो तभी सवेरा' मुर्गे की भी गलती नहीं है

अर्पिता पांडेय replied

Thank you sir ,,😊😊

Raghav said

अत्यंत सुन्दर प्रसंग

अर्पिता पांडेय replied

Apka dhanyawad sir

Vineet Garg said

Yah Kalyug ka murga hai Raat Ko phone chala kar thak jata hoga isliye subah baaang nahin de pata 😂😂😂

अर्पिता पांडेय replied

Apne shi pahchana hai,,,😀😃 Apne is kavita ko pasand kiya Dhanyawad sir

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन