मुझे पूरा का पूरा नहीं जानेमन,
चाहिए चाहत तुमसे थोड़ी !!
क्या चला जायेगा ये बता,
चाहिए हिचकियाँ तुमसे थोड़ी !!
आशिक़ी में कोई मेरा ज़ोर नहीं,
जितना मिल जाये उतना ही है काफी !!
तुम आजाद हो जानू सातो पहर,
इक पहर चाहिए तुमसे थोड़ी !!
मेरी मेहनत को हल्के में ना लीजिये,
घूमता रहता हूँ बनके दीवाना तेरा !!
आशिक़ी में हूँ अब तक बेरोजगार मैं,
मेरा आवेदन स्वीकार करें तो सही !!
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सर्वाधिकार अधीन है