मंहगाई की रफ्तार देखकर अचंभित।
प्यास हकीकत में दरिया करे भ्रमित।।
गरीबी को मिटाना सम्भव शिक्षा से।
आमदनी घट गई दिखावा करे भ्रमित।।
बुजुर्ग है तो कमजोरी आना लाजमी।
स्वस्थ इंसान की रंगत उम्र करे भ्रमित।।
मुफलिस की बेटी लो काबिल हो गई।
बराबरी देख ऊँचा घराना करे चकित।।
पाँच किलो अनाज से पेट भरने वाले।
बीमार 'उपदेश' को बीमारी करे व्यथित।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद