माना कि इश्क, मुहब्बत में बदसूरत चेहरा कोई मायने नहीं रखता है,
लेकिन झील सी गहरी, खूबसूरत सी तेरी आंखें,
तेरे बदसूरत चेहरे का ही एक हिस्सा है,
और तेरी कातिल, जानलेवा निगाहों, नजरों से ही,
मेरे जैसे दीवानों के दिल में इश्क, मुहब्बत का तूफान आता है,
धर्म नाथ चौबे मधुकर