ध्यान में लीन
खुद को करती विलीन
परम सत्य की अभिव्यक्ति
समर्पित खामोशी के अधीन
अनकहा प्रेम संवाद
ब्रह्माण्ड जैसा छाया प्रकाश
गुरुत्वाकर्षण से जुड़ा ब्रह्माण्ड
वास्तविक समर्पण का प्रयास
शक्ति मिल रही अपार
सुनने में लगा चित्त शंखनाद
सब में व्याप्त संस्कार
सच है 'उपदेश' न कोई विवाद
प्रेम की पराकाष्ठा
निष्ठुर दुनिया से मिले निजात
परोपकार ही सुंदर व्यावहार
ज्ञान शिशु सा जैसे नवजात
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद