कापीराइट गीत
मैं अब वो नहीं हूं कि जैसा था पहले
न अब याद करना कि कैसा था पहले
वो, वादे वफा के, न अब याद करना
न ये आंसू बहाना, न फरियाद करना
छलक आएं आंसू जब आंखों में तेरी
तू मुझे भूल जाना कि कैसा था पहले
न अब याद करना ................
जब जहां प्यार का ये बसाया था तुमने
जाम वादों का हमको पिलाया था तुमने
जो वादे वफा के अब तुम्हें याद आएं
न मुझको बताना कि कैसा था पहले
न अब याद करना ................
बाकी हैं अरमां इस दिल में अभी तक
मैं, जिन्दा हूं यहां, मेरी जां अभी तक
वो जो सपने सुहाने याद आएं तुमको
न मुझको सुनाना कि कैसा था पहले
न अब याद करना .................
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है