चित्तौड़गढ़ ,
स्म्राज्य के शूरवीर ,
महाराणा प्रताप !
संघर्षरत्त ,
सिसोदिया बंशज ,
गुलामी नाहीं !
ब्रिटिश राज ,
मुगल अकबर ,
से लिया लोहा
छक्के छुड़ाये ,
रिपु हाथ न आए ,
वीर प्रताप !
अकबर के ,
हल्दीघाटी युद्ध में ,
दांत थे खट्टे !
हल्दीघाटी थी ,
दुश्मनों के लहू से,
रक्त सी घाटी !
श्रेय न कम ,
चेतक - रामप्रसाद ,
घोड़ा व हाथी !
पवनवेग ,
छब्बीस फुट नाला ,
पार चेतक !
सूत्रधार थे ,
लोक - आजादी के ,
हिन्दोस्तान की !
✒️ राजेश कुमार कौशल