मेरी मातृभूमि, तू मेरी जान,
तेरी धूल में है मेरी पहचान।
तेरी हरियाली, तेरी नदियाँ,
तेरी पहाड़ियाँ, तेरी वादियाँ।
तू मेरी माँ है, तू मेरी देवता,
तेरी रक्षा करना मेरा परम कर्तव्य है।
तेरी मिट्टी में है मेरी जड़ें,
तेरी हर सांस में है मेरी अस्तित्व।
तेरी सुंदरता, तेरी विविधता,
तेरी संस्कृति, तेरी विरासत।
तेरी रक्षा के लिए मैं सदैव तैयार,
तेरा सम्मान करना मेरा परम धर्म है।
मेरी मातृभूमि, तू मेरी शान,
तेरा सम्मान करना मेरी पहचान
इंदरजोत कौर