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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

उस प्रभु की बंदगी कर ले...

इससे पहले कि सारी ऊर्जा
छिन्न भिन्न हो जाए।
नज़रें कमज़ोर पड़ जाएं ।
काले घने बाल सफेद तृण हो जाए।
कर ले बंदे तू कुछ नेक काम
फिर पर लेना तू लम्बा आराम।
मत भूल कि तू खुदा का बंदा है।
नेकी हीं तेरा धंधा है।
बाकि सब गंदा है।
तो करले बंदगी उस खुदा की
तेरे महफ़िल में तुझे काम आयेगी,
जब तेरी जिंदगी की शाम आयेगी।
हालाकि इबादत उस रब की तो जल्द से जल्द शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि
यह भी उस म्यूचुअल फंड्स एफ डी की तरह है कि जितनी शुरू की जाए उसका लाभ उतना हीं ज्यादा मिलता है।
न ए वी भी ज्यादा हो जाता है।
इसलिए जोड़ ले नेटवर्क इस फ्री वाई फाई के ज़माने में प्रभु से और कर ले बंदगी बंदे
कि बनाई पूरी कायनात को जिसने ।
मन के पापों को अब इरेज कर ले।
बुद्धि को शार्प कर जीवन के कैनवास पर
एक खूबसूरत राह की चाह उकेर ले।
जीवन को सरल सामान्य रख ,पर विलक्षित
कुछ काम लिख ले।
है तू बड़ा हीं खुशनसीब तो क्यों बना रख्खी है जिंदगी अजीब ।
उठ मत सोंच ज्यादा आज़ तू जल्द से जल्द
अपने प्रभु के करीब ।
अपनी जिंदगी का उद्धार कर ले।
जीवन में बहार भर ले।
कुछ रश्मों रिवाज़ कुछ संस्कार भर ले ।
तू खुदा भगवान वाहे गुरु यिसु तू जिसको भी मानता है उसे अपने जीवन में उतार ले
तू उसकी बंदगी कर ले।
अपनी जिंदगी संवार ले।
तू अपनी अंतरात्मा सुधार ले ।
जीवन में अपनी खुशियां हीं खुशियां भर ले।
उस खुदा की बंदगी कर ले
उस रब की धूनी रमा ले..
उस प्रभु की भक्ति कर ले..
जीवन में शक्ति भर ले..
मजबूत अपनी अभिव्यक्ति कर ले..
उस प्रभु की बंदगी कर ले...
उस प्रभु की बंदगी कर ले...




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Yachana Agrwal🙈🙉🙊 said

Bilkul ...krishn sbka bhala kare. Bahut bhaktipurn rachana.

Jivani Sharma said

Bahut khub

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

मजबूत अपनी अभिव्यक्ति कर ले.. उस प्रभु की बंदगी कर ले Bahut sundar kaha Anand sir Pranam sweekar karein🙏🙏

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